वो कहेंगे तुम अलग हो इसलिए शायद गलत हो ,
तुम सुन लेना ,पर सुनना मत।
वो तुमको खूब समझाएंगे ,फर्क बुरे भले का बताएंगे ,
तुम अनुभव को ही अपनाना ,पर किसी बहस में पड़ना मत।
तुम सुन लेना ,पर सुनना मत।
“इस रास्ते ही चलने से मंज़िल पायी जाती है, जैसे हम सब जीते आए है ये जिंदगी वैसे ही जी जाती है” वो ये भी तुमसे बोलेंगे,
मन करे तोह हामी भर देना ,पर उस रास्ते पर चलना मत।
तुम खुद अपना रस्ता बनाना ,
गिरना ,संभालना फिर खड़े हो जाना,
गर ठान लिया कुछ करने का तो फिर पीछे मुड़ना मत।
तुम सुन लेना पर सुनना मत।
By : Pragya Angie